जय जय संतोषी माता जय जय मां | संतोषी माता की आरती

Mr. Parihar
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 संतोषी माता को हिन्दू धरम मे संतोष, सुख, शांति और वैभव की माता के रूप मे पूजा जाता है| ऐसा माना जाता है की माता संतोषी भगवान् श्री गणेश की पुत्री हैं| संतोषी नाम संतोष से बना है| संतोष का हमारे जीवन मे बहुत महत्व है| अगर जीवन मे संतोष न हो तो इन्सान मानसिक और शारीरिक तोर पर बेहद कमजोर हो जाता है| संतोषी मां हमें संतोष दिला हमारे जीवन में खुशियों का प्रवाह करती हैं.

जय जय संतोषी माता


संतोषी माता की आरती 

मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की

जय जय संतोषी माता जय जय मां


बड़ी ममता है बड़ा प्यार मां की आँखों में

बड़ी करुणा माया दुलार मां की आँखों में


क्यूं न देखूं बारम्बार मां की आँखों में

दिखे हर घड़ी नया चमत्कार मां की आँखों में


नृत्य करूं छुम छुम झम झम झम झुम झुम

झांकी निहारूं रे ओ प्यारी -२ झांकी निहारूं रे


मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की

जय जय संतोषी माता जय जय मां


सदा होती है जय जयकार मां के मन्दिर में

नित झांझर की हो झंकार मां के मन्दिर में


सदा मंजीरे करते पुकार मां के मन्दिर में

दिखे हर घड़ी नया चमत्कार मां के मन्दिर में


दीप धरुं धूप धरुं प्रेम सहित भक्ति करूं

जीवन सुधारुं रे ओ प्यारा -२ जीवन सुधारुं रे


मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की

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